Dividend Explained in Hindi PDF – Dividends कितने प्रकार का होता हैं – Dividend क्या होता हैं

परिचय

जब भी हम लोग स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं तो मेजर हम लोग दो तरीके से पैसे को कमा सकते हैं पहला होगा स्टॉक प्राइस के बढ़ाने के वजह से और अगर हम लोग कोई स्टॉक 100 रुपया का खरीदा हैं और वह एक साल बाद 150 रुपया का हो जाए तो मतलब की 50 रुपया का फायदा हुआ हैं Dividend Explained in Hindi PDF

ऐसे ही एक और तरीका है जिसे हम लोग स्टॉक मार्केट में पैसे को कमा सकते हैं केवल एक दो बार नहीं daily पैसा कमा सकते हैं और वह हैं Dividend कैसे कंपनी डिविडेंड देता और इस जुड़ी और सारी जानकारी इस आर्टिकल में देखने वाले हैं  

Dividend Explained in Hindi PDF
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Dividend क्या होता हैं

तो चलिए समझते हैं डिविडेंड होता क्या हैं जब भी कोई कंपनी पैसे कमाता है तो वह उस पैसे को दो तरीके से अपने शेयर होल्डर को देता हैं पहला तो वह कमाया हुआ पैसे को फिर से कंपनी में दुबारा इन्वेस्ट करके

ताकि कंपनी को फ्युचर में कंपनी को कई पर पैसा को लगाना हो तो इस पैसे को वह उस जगह पर लगा सके या कोई कंपनी खरीदनी हो या फिर कुछ उस कंपनी को करना हैं जिसे उसे use amount लगाने वाला हैं तो कंपनी उन पैसे को रिटन कर लेती हैं Dividend Explained in Hindi PDF और इस पैसे को reuse करने का दूसरा तरीका हैं शेयर होल्डर को डिविडेंड पे करके और अगर कंपनी के बोर्ड ऑफ डिरेक्टर चाहे

तो उस पैसे को कुछ हिस्से को अपने शेयर होल्डर को दे सकता हैं और कंपनी अपने सारे एक्सपेन्स को खर्च करने के बाद आपको बचे हुए कुछ पैसे को कंपनी डिविडेंड के रूप में शेयर होल्डर को देता हैं और जनरली वही कंपनी डिविडेंड ज्यादा देती हैं जो ज्यादा पैसे कमाता हैं

और already मार्केट में अच्छे से रन कर रहा हैं लॉस कंपनी तो वैसे ही डिविडेंड नहीं दे पायेगा और जो कंपनी ग्रो कर रही होती हैं वह अपना पैसे दुबारा या फिर से उसी कंपनी में पैसा लगती रहती हैं ताकि वह जल्दी से जल्दी अपना बिज़नस ग्रो कर सके तो Dividend Explained in Hindi PDF ये तो हम लोग समझ लिए की dividends क्या होता हैं

Type of dividends

मेजर कंपनी दो प्रकार का dividend देती हैं टाइम frequency के हिसाब से

  1. Interim Dividends
  2. Final Dividend

Final Dividend

तो इन दोनों में बहुत छोटा से भिन्नता हैं तो अगर बात करे फ़ाइनल डिविडेंड कि तो जैसा कि हमें नाम से पता चल रहा हैं कि ये कुछ फ़ाइनल से रिलेटेट हैं और किसी शेयर होल्डर को final डिविडेंड तब मिलता है जब finical year खत्म होने के बाद annual जनरल मीटिटिंग में क्लियर किया जाता है सारे इक्विटि होल्डर को डिविडेंड मिलने वाला हैं Dividend Explained in Hindi PDF

मतलब जब किसी कंपनी के फ़ाइनल स्टेटमेंट बन जाता हैं और उन्हे ये पता चल जाता हैं कि इस पार्टीकूलर इयर में उन्हे कितना प्रॉफ़िट हुआ हैं तब कंपनी फ़ाइनल डिविडेंड देने के लिए कहती हैं “Dividend Explained in Hindi PDF” जैसे रिलायंस कंपनी के 500 सौ शेयर लिए और कंपनी ने 10 रुपया प्रति शेयर के पीछे डिविडेंड दिया हैं

तो हमें 500 सौ शेयर पर 5000 हजार रुपया total डिविडेंड मिल जाएगा और ऐसे ही अगले साल कंपनी ने 15 रुपया का डिविडेंड देना शुरू किया तो 7500 सौ रुपया का डिविडेंड मिल जाएगा  

Interim Dividends

इस interim dividend में फ़ाइनल इयर का wait नहीं किया जाता हैं और अगर कभी ऐसा हुआ कंपनी के Quarter में कंपनी पैसा ज्यादा कमा रही हैं तो हो सकता हैं कंपनी साल के बीच में ही डिविडेंड को देना शुरू कर तो उसे हम लोग interim डिविडेंस कहते हैं Dividend Explained in Hindi PDF

और इसमें कोई AGM मीटिंग भी नहीं किया जाता हैं और जनरली ये Quarter रिज़ल्ट या SEMI Quarter के बाद ही दिया जाता हैं

Dividend क्या होता हैं

और अब बात करते हैं ऐसे चार important जानकारी के बारे में जो स्टॉक में इन्वेस्ट कर रहे हैं उनको पता होना चाहिए ताकि आप ईज़ी ये समझ सको क्या आप डिविडेंड लेने के लिए eligible हो भी कि नहीं तो डिविडेंड से जुड़े ऐसे चार चीज होते हैं Dividend Explained in Hindi PDF जैसे

  • Declaration Date
  • Ex-Dividend Date
  • Record Date
  • Payment Date

Declaration Date

तो सबसे पहले हम लोग बात कर Declaration Date कि ये वह डिविडेंड है जब बोर्ड ऑफ डिरेक्टर approved व announce करते हैं कि इस साल वह इतना डिविडेंड देने वाले हैं शेयर होल्डर को और इस Declaration Date में आपको Issue Size, Record Date, Payment Date ये सब चीज आपको बता दिया जाता हैं

Ex-Dividend Date

Record date के दो दिन पहले को Ex-डिविडेंड कहते हैं जो शेयर होल्डर Ex-Dividend या उसके बाद शेयर को खरीदते हैं तो उन्हे डिविडेंड नहीं मिलता हैं इसका मतलब है कि अगर आपको उस कंपनी के डिविडेंड चाहिए तो आपको उस कंपनी के शेयर

Ex- Dividend से पहले खरीदना होगा जैसे कंपनी का Record dividend date 25 May को तो और Ex-Dividend date होना चाहिए 23 May को तो आप इनके बीच में शेयर को खरीदते हैं तो आपको डिविडेंड नहीं मिलेगा

Record Date

इस दिन कंपनी announce करती हैं कौन से शेयर होल्डर Eligible है और कौन से नहीं और जिस शेयर होल्डर का नाम record date में होता हैं डिविडेंड उसे कंपनी के द्वारा मिलता ही हैं और किसी ने record date के दिन ही कुछ शेयर buy किया हैं तो वह इस डिविडेंड के लिए हक दारा नहीं होता हैं

Payment Date

इस दिन कंपनी अपने सारे Eligible शेयर होल्डर को डिविडेंड दे देती हैं In case Of interim dividend day के Announcement Date के 30 दिन बाद पेमेंट आता हैं और आपका final dividend आपके AGM के 30 दिन बाद पेमेंट आता हैं “Dividend Explained in Hindi PDF” और अगर हम इन तीनों डेट को ध्यान से देख तो इसे कुछ इस प्रकार समझा जा सकता हैं जैसे कोई कंपनी हैं ABC limited

  • Announcement Date – 20 Feb 2022
  • Ex-Dividend Date – 13 March 2021
  • Record Date – 15 March 2021
  • Payment Date – 18 March 2021

Impact Of Dividend On Company’s Financial Health

जब हम किसी कंपनी में इन्वेस्ट करते हैं और हमें डिविडेंड मिलता हैं तो हमें बहुत अच्छा लगता हैं तो चलो कोई इंकम तो मिल रही हैं हमें हमारे इनवेस्टमेंट से लेकिन क्या कंपनी के लिए डिविडेंड पे करना सही हैं डिविडेंड पे करना कही न कही कंपनी के इक्विटि पर असर डालता हैं

जैसे कि हमे लोग पहले ही समझा था डिविडेंड कुछ और नहीं केवल वह प्रॉफ़िट का एक हिस्सा होता हैं जिसे कंपनी अपने शेयर होल्डर को बांटता हैं और देख जाए तो कंपनी डिविडेंड ना देकर इसे अपने रिटेन branding में भी रख सकती हैं जिसे फ्युचर में एक्सपेन्स के लिए use कर सके अगर कंपनी डिविडेंड दे रही है

तो वह अपने रिजर्व को कम कर रहा हैं जिसे कंपनी का इक्विटि भी बढ़ जाता हैं और इस प्रकार का स्टेट एक आउट फलो ही हैं और ये financial एक्टिव में फलो करता हैं कई बार क्या होता हैं Dividend Explained in Hindi PDF कि कंपनी को डिविडेंड देने से कंपनी के वैल्यू पर कोई इफेक्ट नहीं पड़ता हैं

लेकिन उसके शेयर प्राइस पर जरूर पड़ता हैं जैसे ही कंपनी डिविडेंड Declaration Date बताता हैं तो उसकी शेयर प्राइस बढ़ जाता हैं क्योंकि डिविडेंड पे करने के बाद कंपनी के शेयर में शेयर होल्डर पैसे इन्वेस्ट करने लगते हैं जिसके वजह से उसके शेयर प्राइस बढ़ जाता हैं और जैसे ही record date को ये क्लियर होता हैं कि कौन – कौन Eligible हैं Dividend Explained in Hindi PDF

 तो उसके बाद शेयर प्राइस में सार्क फॉल भी आ सकता हैं क्योंकि जो इन्वेस्टर केवल डिविडेंड के लिए पैसे को इन्वेस्ट किए थे वह अब इसे सेल करने लगते हैं और ऐसा नहीं हैं कि कंपनी के साथ हो लेकिन कुछ possible होता हैं कुछ केश में हो सकता है और कंपनी को ग्रोथ में इंफेक्ट पड़सकता हैं

और अगर हम इस हिसाब से हम सोचे कि डिविडेंड पे करना कंपनी के लिए कही न कही रिस्क भी हो सकता हैं तो ऐसे में कंपनी आखिर डिविडेंड पे क्यो करता हैं क्या ऐसे reasons हो सकते हैं जिसके वजह से कंपनी डिविडेंड पे करती हैं

Building Trust On Share Holders

तो सबसे पहले हैं कंपनी डिविडेंड इस लिए देती हैं कि इन्वेस्टर का ट्रस्ट हमारे कंपनी पर बना रहे ताकि वह लबे समय तक अपना पैसा हमारे कंपनी में इन्वेस्ट कर के रखे और डिविडेंड मिलने के वजह से फ्युचर में और ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करे दूसरा रीज़न हैं Dividend Explained in Hindi PDF इन्वेस्टर के सिंटीमेंट को ओनर करना उन्हे एक सम्मना देना कि वह इस कंपनी में इन्वेस्ट करते हैं

एक और रीज़न हैं कंपनी डिविडेंड इस लिए देता हैं या जब कंपनी डिविडेंड पे करती हैं तो ऐसा माना जाता हैं कि कंपनी अच्छा ग्रो कर रहा हैं तभी तो वह डिविडेंड देना अफोर्ड कर पा रही हैं या Dividend Explained in Hindi PDF तो ऐसे में डिविडेंड वाली कंपनी में इन्वेस्ट करने वाले लोग या रिगूलर पैसा बने वाले लोग

ये कंपनी अपने तरफ खिचती हैं और इन्वेस्टर को किसी कंपनी इन्वेस्ट करना इस लिए इतना मजा आता हैं जो डिविडेंड मिलता है वह कुछ हद तक टैक्स फ्री होता हैं और ये एक इन्वेस्टर के लिए ग्रेट इन्वेस्ट मेंट होता हैं    Dividend Explained in Hindi PDF

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