Hardik Pandya Work Ethic | Controversy  से Captain तक  Hardik Pandya Work Ethic

Hardik Pandya Work Ethic

हार्दिक पाण्ड्य कहते हैं कि मेरे पैदा होने से पहले एक ऐसा समय था जब मेरे पिता जी के पास 22 कर थी फिर एक ऐसा समय भी आया जब पेट भरने के लिए हम लोग 2 समय Maggie खाते और सो जाते हार्दिक के अन्दर daring और निडरता का स्वभाव शायद अपने पिता से आया था जब 7 साल के krunal अच्छी क्रिकेट academy में खेल सकें इसलिए पिता जी ने सूरत में जमा जमाया बिज़नस छोड़ दिये Hardik Pandya Work Ethic

और पूरा परिवार को लेकर baroda पहुंचे एक सात साल के बच्चे इंटरेस्ट पर भरोसा करना और नए शहर में बिज़नस करना बड़ा मुश्किल कम था इस मुश्किल काम से परेशानी भी आई बड़ौदा आने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी हार्दिक और कृनल क्रिकेट खेलने के लिए बहुत दूर जाया करते और उस समय किराए के पैसे नहीं हुआ करते थे तो 5 से 10 रुपे में ट्रक में सफर करते पर Hardik Pandya Work Ethic

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 इन दोनों ने इतनी मुश्किलों में भी क्रिकेट खेलना जारी रखा हार्दिक 14 – 15 साल की उम्र में कई गांवो में क्रिकेट खेलने जाते उन्हें एक मैच के 400 सौ रुपे मिलते फिर उनके पिता का काम चला तो उन्होने EMI लोन पर एक कार खरीद ली ताकि बच्चे आसानी से क्रिकेट खेलने जा सकें

लेकिन इस दौरान उनके पिता को एक ही रात में 2 बार हार्ट अटैक आए इसके बाद घर की हालत पूरी तरह बिगड़ गए अब घर का सारा भर दोनों भाई पर आ गया था और फिर 2012 और 2013 एमआरएन हार्दिक पाण्ड्य बरोड़ा क्रिकेट टीम का हिस्सा बने वहाँ से उन्हे कुछ पैसे मिलने लगे या मिल जाते थे Hardik Pandya Work Ethic

और struggle अब भी खत्म नहीं हुआ था घर के खर्च और कार की लोन में सारे पैसे चले जाते हार्दिक कहते हैं की एक वो समय था जब गाड़ी मेनेक लीटर तेल भराने में शर्म आती थी इसलिए हम अलग से bottle में तेल भराते और फिर उन्हे लेकर गाड़ी में तेल को डालते Hardik Pandya Work Ethic

Genuine इंसान Hardik Pandya Work Ethic

हार्दिक कहते एक वह समय था और एक आज का समय हैं लेकिन सी सफर में हमने बहुत कुछ महसूस किया कि अच्छे और Genuine इंसान ही जीवन में खुश रहते हैं हम पर्फेक्ट नहीं हैं

लेकिन हर दिन बेहतर इंसान बनाने कि कोशिश कर रहे हैं क्रिकेट तो अपनी जगह हैं लेकिन असली मकसद तो बेहतर इंसान नाना हैं दोस्तो यहीं पहला lesion हैं सफलता तो एक पाना ही हैं लेकिन बेहतर इंसान बनाना ही असली मकसद हैं

Confidence का राज

दोस्तो interview देखते वक्त हार्दिक कि personality से दो बात साफ होती हैं पहला हार्दिक खुल कर बोलते हैं और तो और कभी – कभी ज्यादा भी बोल देते हैं और दूसरी बात उन्हे खुद पर संपूर्ण भरोसा हैं और हम हार्दिक पाण्ड्य से कॉन्फ़िडेंस के बारे में जरूर सीख सकते हैं

Insight Into Confidence

हार्दिक कहते हैं कि जब में ग्राउंड पर होता हूँ तब में दूसरी टीम को हावी नहीं होने देता क्योंकि मुझे सच में लगता हैं कि “Every thing is Possibal” इस समय में बेस्ट खिलाड़ी हूँ ये माइंड सेट बानाना जरूरी हैं अगर आप मैदान पर में खुद पर भरोसा नहीं करूंगा तो में अपने plans Execute कैसे करुगा ये विश्वास हार्दिक में पैदा कैसे हुआ वे कहते हैं मुझे अपने ऊपर भरोसा हैं क्योंकि मुझे Hardik Pandya Work Ethic

अपनी skills पर भरोसा हैं और अपनी कला पर भरोसा इसलिए हैं क्योकि में बहुत process oriented हूँ मै अपने बारे में जनता हूँ मै जनता हूँ कि मै क्या struggle जीत कर आया हूँ मुझे आइडिया हैं कि में मेरा मन कैसे चलता हैं जब आप ये सारी चीजें अनुभव कर लेते हो तो confidence अपने आप आता हैं दूसरी बात हार्दिक को वक्त ने सिखाई वह Hardik Pandya Work Ethic

Accepetance Hardik Pandya Work Ethic 

जब हार्दिक पाण्ड्य से coffee with karan की सो में रात के बारे में पूछा गया कि सबसे अच्छा तरीका हैं कि अपनी गलती स्वीकार कर लो अगर मै कहता कि मेरे गलती नहीं हैं मै उस समय बातों में फस गया तो मै जिंदगी भर उसी बात को defend करता रहता और कभी अपनी गलती से नहीं सीखता इस लिए Hardik Pandya Work Ethic

Decision Hardik Pandya Work Ethic

जब मुझे suspend किया गया  उस समय में इंडियन क्रिकेट टीम का bad बॉय बन गया तब मेरे बारे में कई जाने पहचाने players बोल रहे थे कि हार्दिक का खेल खत्म हो गया हैं उस controversy से बाहर नहीं निकल पाएगा लेकिन मैने उस दिन krunal से कहाँ मेरा खेल अभी पूरा नहीं हुआ में सबको surprise देने वाला हूँ हार्दिक कहते हैं मैने उसी समय decide किया कि

मेरा खेल ही मुझे इन हालता से बाहर निकाल सकता हैं मैने खुद से कहाँ हार्दिक अब खुद को improve करने का समय हैं और मेरे लिए improvement का मतलब था अपने खेल को एक level ऊपर ले जाना फ़िल्डिंग, बैटिंग,बोलिंग सबको एक लेवेल ऊपर ले जाना मैने तत्काल बैटिंग technique पर काम करना शुरू किया लेकिन फिर भी

दोस्तो controversy और आलोचनाए तो सबको परेशान करती हैं फिर हार्दिक कैसे बचते हार्दिक कहते हैं कि IPL 2019 के पहले मैने 2 प्रैक्टिस मैचों मेन जबर्दस्त बैटिंग कि एक मैच में 30 बॉल मै90 रन बनाए दूसरे मैच में भी 30 बॉल पर 87 रन बनाए उसके  बाद कारण कए  साथ कॉफी पी पीएचआर इसके बाद IPL के पहले मैच में 0 पर आउट हुआ मैच के अगले दिन जब में practice कर रहा था तो ball को छु भी नहीं पा रहा था हार्दिक कहते हैं कि

में कभी ऐसे players नहीं था जो इमोशन में दब जाए लेकिन मै उस दिन वही रोने लगा उस समय mahela jayawardene MI के head कोच थे उन्होने मुझे देखा मेरे पास आए और बोले ऐसे होता हैं थोड़ा समय दो हार्दिक कहते हैं कि मुझे बाद में पता चला कि Mj ने Controversy के बाद और IPl शुरू होने के पहले Krunal पाण्ड्य को फोन पे कहाँ था इस साल देखना हार्दिक कुछ गजब करने वाला हैं और यही हुआ 2019 में

हार्दिक पाण्ड्य ने अपने career के highest स्ट्राइक rate से और highest average से यानि 44.66 के औसत से रन बनाए Mahela Jayawardene को अंदाजा कैसे हुआ कि इस साल हार्दिक कुछ बड़ा करने वाला हैं दोस्तो जो लड़ना चाहते हैं वो मुश्किल समय में और अच्छा करते हैं कि उस समय MS Dhoni ने बहुत मदद कि खासकर मानसिक स्तर पर हार्दिक कहते हैं Hardik Pandya Work Ethic

जब ban हटा तो में न्यू Zealand team के लिए सिलैक्ट हुआ लेकिन तब तक जिस New Zealand के hotel में indian Team ठहरी थी उसके room पहले ही book हो चुके थे फिर उसी दिन hotel की तरफ से फोन आया होटल मैनेजर ने बताया MS Dhoni ने बोला हैं कि आप आ जाओ हार्दिक पाण्ड्य धोनी के room में रुकेगे क्योकि धोनी तो वैसे भी नीचे सोते हैं Hardik Pandya Work Ethic

हार्दिक कहते हैं कि मै वो series बिस्तर पर सोया और mahi bhai जमीन पर हार्दिक पाण्ड्य कहते हैं कि जब भी में परेशान हुआ हूँ तब सबसे पहले phone mahi भाई का ही आया हैं मै mahi को कभी भी greatest captain की नजरों से नहीं देखता वो मेरे लिए mahi भाई हैं

दोस्तो इस आर्टिकल में 3 बातें लेकर सबसे पहली बात

Don’t Question Yourself

एक journalist ने पूछा हार्दिक आपको फिर से पीठ में चोट लगी अब आपके गेम का क्या होगा हार्दिक ने बोला मै अब और अच्छा खेलूगागेम का लेवेल और बढ़ेगा दोस्तो ध्यान दीजिये इसमें गहरा lesson छिपा हैं कभी खुद पर संदेह मत करो आप कमजोर महसूस करते हो

इसलिए कमजोर हो जाते हो हार्दिक कहते हैं कि मै काफी अनुभव के बाद ये सीखा हैं कि हर परेशानी और हर चोट मुझे एक मेंटल edge देती हैं जिससे मै गेम को और अच्छी तरह से समझ सकता हूँ और बेहतर खेल सकता हूँ

Confidence Hardik Pandya Work Ethic

आपको भरोसा होना चाहिए कि मै अच्छा perform आ\करने वाला हूँ क्योकि मैने एक प्रोसैस से कला विकसित की हैं मै सेल्फ aware हूँ अपनी ताकत अपनी कमजोरी पहचनता हूँ इसलिए मुझे किसी बात का संकोच नहीं

Acceptance is the Zone Of Confidence

कई बार हम संकट में होते हैं तब मन मै चलता हैं हो क्यों नहीं रहा अब मै क्या करुगा उस समय स्वीकार कर लेना चाहिए कि हाँ ये सच्चाई हैं concentrate करने मै दिक्कत हैं आज डर भी लग रहा हैं स्वीकार करते ही Ego जो मचल रहा था जो खुद को बेमतलब defend करने की कोशिश कर रहा था  उसे थोड़ी आराम मिलता हैं

और इस समय बुद्धि को काम करने का मौका मिलता हैं हार्दिक कहते हैं कि 2021 में Australia के खिलाफ टी20में मेरी सबसे खास innings थी क्योकि मै उस दिन बॉल को connectनहीं कर पा रहा था आसान बॉल भी टाइम नहीं कर पा रहा था हार्दिक कहते हैं कि मेरे पास आसान ऑप्शन था

कि मै डर मिटाने के लिए Aggressive shot खेलता और out हो जाता लेकिन मैने उस लेकिन मैने उस परेशानी को उस situation को स्वीकार कर लिया कि हाँ भाई आज खेलने में बॉल connect करने में दिक्कत हो रही हैं जैसे ही स्वीकार किया वैसे ही emotions अपने आप शांत हो गए फिर innings कि आखिरी 10 बोलें connect हुई और मैने 22 बॉल में 42 runs बनाए

हार्दिक पाण्ड्य ने उस मैच से सीखा कि confidence कि असली चाबी acceptance में छिपी हैं जापान के महान Samural miya moto Musashi कहते हैं कि सब कुछ ऐसे स्वीकार कर लो कि सब कुछ परेशानियाँ भी आपकी मर्जी से हो रही हैं और उसके बाद आप react नहीं करते

उसके बाद आप वह करते हो जो जरूरी हैं दोस्तो अगर आपको ये article पसंद आया तो इस आर्टिकल को शेयर कर सकते हैं अपने दोस्तो को जिसे उनको भी जानकारी मिल सके

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